
वर्धा-यवतमाल-नांदेड़ प्रोजेक्ट में बड़ा खनन घोटाला
Major Mining Scam in the Wardha-Yavatmal-Nanded Project
नागपुर/तुषार पाटील : वर्धा-यवतमाल-नांदेड़ रेलवे प्रोजेक्ट में माइनर मिनरल से जुड़े करोड़ों रुपये के कथित भ्रष्टाचार को लेकर कार्रवाई अब तेज हो गई है। विधानसभा डिप्टी स्पीकर अन्ना बनसोडे ने सभी संबंधित विभागों को ETS काउंटिंग रिपोर्ट दो महीने के भीतर जमा करने के सख्त निर्देश दिए हैं। प्रोजेक्ट में माइनर मिनरल की अनियमित बिक्री से सरकार को करीब 600 करोड़ रुपये के राजस्व नुकसान की शिकायत अमोल कोमावार ने की थी। आरोप है कि जिला कलेक्टर कार्यालय के कुछ अधिकारियों ने कॉन्ट्रैक्टरों के साथ मिलकर माइनर मिनरल को गैर-कानूनी तरीके से बेचा।
रवि भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में यह मुद्दा गंभीरता से उठाया गया। शिकायत के बाद पुसद और उमरखेड़ तहसीलदारों ने कार्रवाई करते हुए 1 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना तो लगाया, लेकिन यह कार्रवाई केवल उन किसानों पर हुई जिन्होंने खनिज खरीदा था। वहीं, असली दोषी अधिकारी और सपोर्ट करने वाले जिम्मेदार कर्मचारियों के नाम सामने नहीं आए हैं, जिसकी आलोचना भी डिप्टी स्पीकर ने की।
बनसोडे ने तहसीलदार, बोर्ड ऑफिसर, लैंड रिकॉर्ड्स और रेल विकास निगम की संयुक्त समिति बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी पूछा कि मीडिया रिपोर्ट्स के बावजूद बड़े पैमाने पर हुए इस भ्रष्टाचार पर समय रहते संज्ञान क्यों नहीं लिया गया।