Airoplane Crash: क्या विमान के ब्लैक बॉक्स से मिलेंगे हादसे के असली जवाब
Ahmedabad Air crash: Black box will provide answers to the accident
मुंबई/अहमदाबाद: अहमदाबाद में हाल ही में हुए भयावह विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस भीषण दुर्घटना में 265 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई है, और कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस त्रासदी से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। अब, इस हादसे के पीछे की असली वजह जानने की दिशा में एक बड़ी सफलता मिली है — हादसे में क्षतिग्रस्त विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है।
क्या है ब्लैक बॉक्स?
इन दोनों रिकॉर्डिंग्स को ही सामूहिक रूप से “ब्लैक बॉक्स” कहा जाता है, हालांकि इसका रंग नारंगी होता है ताकि उसे मलबे में आसानी से खोजा जा सके।ब्लैक बॉक्स, जिसे तकनीकी भाषा में फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR) कहा जाता है, किसी भी विमान हादसे की तह तक पहुंचने का सबसे अहम माध्यम होता है।
- फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) विमान की उड़ान के समय की महत्वपूर्ण तकनीकी जानकारियाँ रिकॉर्ड करता है — जैसे कि विमान की गति, ऊँचाई, दिशा, ऑटोपायलट की स्थिति, और इंजन की परफॉर्मेंस। इसमें करीब 80 से अधिक पैरामीटर्स दर्ज होते हैं।
- वहीं, कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR) विमान के कॉकपिट में मौजूद पायलट और को-पायलट के बीच हुई बातचीत, रेडियो ट्रांसमिशन, अलार्म, और पृष्ठभूमि के अन्य ध्वनियों को रिकॉर्ड करता है। इससे यह पता लगाने में मदद मिलती है कि हादसे से पहले कॉकपिट में क्या गतिविधियाँ हो रही थीं।
कैसे करेगा ब्लैक बॉक्स हादसे की जांच में मदद?
ब्लैक बॉक्स के जरिए यह जाना जा सकता है कि विमान हादसे से पहले तकनीकी कोई खामी आई थी या नहीं, पायलटों ने आखिरी समय में क्या निर्णय लिए, मौसम की क्या स्थिति थी, और क्या कोई बाहरी हस्तक्षेप हुआ। अब अहमदाबाद हादसे में मिले ब्लैक बॉक्स को विश्लेषण के लिए दिल्ली की प्रयोगशाला में भेजा गया है, जहाँ विशेषज्ञ इसकी गहराई से जांच करेंगे। साथ ही, दूसरे ब्लैक बॉक्स की तलाश भी जारी है, जो इस पूरे मामले को और स्पष्ट कर सकता है। इस दर्दनाक हादसे में जिन 265 लोगों की जान गई है, उनमें से कई की पहचान की प्रक्रिया जारी है। राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चल रहा है। केंद्र सरकार और विमानन मंत्रालय ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
ब्लैक बॉक्स क्यों होता है जरूरी?
ब्लैक बॉक्स का मुख्य उद्देश्य किसी कानूनी पहलू को सुलझाना नहीं बल्कि हादसे के कारणों की तह में जाना होता है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न दोहराए जाएँ। यह विमानन सुरक्षा की रीढ़ की हड्डी मानी जाती है। अब जब अहमदाबाद विमान हादसे का ब्लैक बॉक्स मिल चुका है, तो इस दिल दहला देने वाली दुर्घटना की वास्तविक वजहें जल्द सामने आने की उम्मीद है। इसके विश्लेषण से यह तय किया जा सकेगा कि यह त्रासदी तकनीकी खामी, मानव त्रुटि, या किसी अन्य कारण से हुई। देश आज इस हादसे के शोक में डूबा है, लेकिन साथ ही यह भी आशा की जा रही है कि ब्लैक बॉक्स से मिली जानकारी के आधार पर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सकेगी।



