Plane Crash: विमान हादसे की शिकार मैथिली पाटील का अंतिम संस्कार, प्रीतम म्हात्रे ने परिजनों को दी सांत्वना
Plane Crash: Last rites of Maithili Patil, victim of plane crash, Pritam Mhatre consoles family members
पनवेल/प्रतिनिधी: पनवेल तालुका के न्हावा गांव की रहने वाली हवाई सुंदरी मैथिली मोरेश्वर पाटील का हाल ही में अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में दुर्भाग्यपूर्ण निधन हो गया। इस दुखद घटना ने न्हावा गांव को शोकसागर में डुबो दिया है। गांव में मातम छाया हुआ है और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। इस संकट के समय में भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रिय नेता प्रीतम म्हात्रे ने न्हावा गांव पहुंचकर मैथिली पाटील के शोकाकुल परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वन किया। उन्होंने पूरे परिवार को इस कठिन समय में मानसिक संबल देते हुए आश्वस्त किया कि वे इस दुख की घड़ी में पूरी मजबूती के साथ उनके साथ खड़े रहेंगे।
गांव की होनहार बेटी के निधन से शोक की लहर
मैथिली पाटील के निधन की खबर मिलते ही पूरे न्हावा गांव में सन्नाटा हो गया। गांव की होनहार बेटी का इस प्रकार असमय जाना न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए अत्यंत दर्दनाक और पीड़ादायक है। मैथिली अपने आत्मविश्वास और मेहनत के कारण गांव की युवाओं के लिए प्रेरणा बनी हुई थी। उसका सपना था आकाश को छूना, लेकिन दुर्भाग्य से वह खुद एक विमान हादसे का शिकार हो गई।
“यह केवल एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की क्षति है। मैथिली जैसी होनहार बेटी का असमय जाना अत्यंत दुखद है। हम इस दुख की घड़ी में पाटील परिवार के साथ पूरी ताकत के साथ खड़े हैं और भविष्य में भी हर संभव मदद के लिए तत्पर रहेंगे।”
~ प्रीतम म्हात्रे
समाज के अनेक मान्यवर भी रहे उपस्थित
इस शोकप्रद अवसर पर न्हावा गांव के पूर्व सरपंच जितेंद्र म्हात्रे सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता, गांव के गणमान्य नागरिक एवं स्थानिक नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। सभी ने मैथिली के परिजनों को सांत्वना दी और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। गांव के युवाओं और महिलाओं ने मैथिली को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेगी। उसकी हँसी, उसकी उड़ानें और उसका संघर्ष गांव के हर कोने में गूंजता रहेगा। इस दुःखद हादसे के पश्चात, स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शासन प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को आवश्यक आर्थिक और मानसिक सहायता प्रदान की जाए ताकि वे इस संकट से उबर सकें।




