UNESCO’s की विरासत सूची में शामिल हुई दिवाली
Diwali added to UNESCO's Intangible Cultural Heritage List
दिल्ली/प्रतिनिधि : भारतीयों के लिए गर्व का विषय बनते हुए दिवाली त्योहार को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल कर लिया गया है। यह ऐतिहासिक घोषणा आज दिल्ली के लाल किले में आयोजित एक विशेष बैठक के दौरान की गई, जिसमें केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत भी उपस्थित थे। दिवाली भारत के सबसे महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पर्वों में से एक है, और अब इसे वैश्विक स्तर पर आधिकारिक मान्यता मिल गई है।
यूनेस्को द्वारा इस पर्व को सूची में शामिल किए जाने के बाद दिवाली, भारत की पहले से शामिल सांस्कृतिक धरोहरों—कुंभ मेला, रामलीला और गुजरात की गरबा—की श्रेणी में आ गई है। यह उपलब्धि भारतीय संस्कृति की गहरी जड़ों और विश्वभर में बढ़ते महत्त्व को दर्शाती है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत ने कहा कि यह न सिर्फ भारत के लिए, बल्कि पूरी दुनिया में भारतीय समुदाय के लिए गौरव का पल है। उन्होंने इस निर्णय को भारतीय परंपराओं की शक्ति और वैश्विक स्वीकृति का परिणाम बताया।
घोषणा के बाद देशभर में खुशी की लहर दौड़ गई है। लोगों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय मान्यता से दिवाली की सांस्कृतिक समृद्धि को और अधिक सम्मान मिलेगा तथा भारतीय परंपराओं का वैश्विक प्रभाव और मजबूत होगा।