समृद्धि एक्सप्रेसवे पर आधी रात को कई गाड़ियों के टायर हुए पंक्चर, जांच में चौंकाने वाला खुलासा
रास्ते पर बड़े पैमाने पर ठोंके गए कील, सड़क निर्माण कंपनी की लापरवाही से बढ़ा खतरा
छत्रपति संभाजीनगर/प्रतिनिधि: महाराष्ट्र के विकास की ‘भाग्यरेखा’ माने जाने वाले समृद्धि महामार्ग पर हो रहे लगातार हादसों के चलते यह एक्सप्रेसवे एक बार फिर चर्चा में आ गया है। ताजा घटना मध्यरात्रि के समय हुई, जब नागपुर से मुंबई की ओर जा रही कई गाड़ियों के टायर अचानक पंक्चर हो गए। जब परेशान वाहन चालकों ने गाड़ियां रोककर जांच की, तो सामने आया कि एक ब्रिज पर विशेष प्रकार के कील बड़ी मात्रा में ठोंके गए थे, जिनके कारण टायर फट गए।
चोरों का शक, लेकिन असलियत निकली कुछ और
पहले तो लोगों को लगा कि यह किसी चोर गिरोह की साजिश हो सकती है — जो गाड़ियों को पंक्चर कराकर लूटने की योजना बना रहे हों। लेकिन जब जांच की गई तो सामने आया कि ये कील किसी चोर ने नहीं, बल्कि सड़क निर्माण का काम कर रही कंपनी ने खुद ठोंके थे।
बिना बैरिगेटिंग के चल रहा था काम, सुरक्षा पर उठे सवाल
अब सवाल ये उठता है कि यदि सड़क पर काम चल रहा था, तो बैरिगेटिंग (सुरक्षा घेरा) क्यों नहीं किया गया? और जब गाड़ियां पंक्चर हो गईं, तो रातोंरात इन कीलों को हटाया कैसे गया? अगर ये कील दिन में हटाए जाते तो लोगों को यह परेशानी नहीं झेलनी पड़ती।
साथ ही, अगर इन कीलों के कारण कोई दुर्घटना या जान-माल की हानि होती तो उसका जिम्मेदार कौन होता? इस लापरवाही से होने वाली असुविधा और संभावित खतरों को लेकर अब नागरिकों में भारी नाराजगी है।
प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी निगाहें
अब यह देखना होगा कि संबंधित प्रशासन इस गंभीर लापरवाही पर क्या कार्रवाई करता है। नागरिकों की सुरक्षा से जुड़ी इस चूक को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।



