
BMC चुनाव से पहले MVA में दरार…उद्धव गुट बोला-बिहार जैसा होगा हाल
MVA Cracks Ahead of BMC Elections…Uddhav Thackeray's Faction Says Situation Will Be Like Bihar
मुंबई/प्रतिनिधि: मुंबई कांग्रेस ने बीएमसी चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान किया है, जिससे महाविकास अघाड़ी (एमवीए) में खलबली मच गई है. उद्धव गुट ने कांग्रेस को ‘बिहार जैसे हाल’ की चेतावनी दी. वहीं शरद पवार की एनसीपी ने संयमित प्रतिक्रिया दी. बीजेपी ने इस स्थिति पर तंज कसा है. फडणवीस ने कहा कि विपक्ष साथ लड़ा, अलग लड़ा, फर्क नहीं पड़ा. बीएमसी चुनाव जनवरी 2026 के अंत तक कराए जा सकते हैं.
बिहार चुनाव के नतीजों के बाद अब राजनीतिक दलों ने देश की सबसे अमीर नगर निकाय बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव की तैयारी तेज कर दी है. इसी कड़ी में मुंबई कांग्रेस की बैठक के दौरान पार्टी के चुनाव प्रभारी रमेश चेन्निथला ने घोषणा की कि कांग्रेस बीएमसी चुनाव अकेले और अपने दम पर लड़ेगी और किसी गठबंधन में शामिल नहीं होगी. चेन्निथला ने कहा कि मुंबई कांग्रेस संगठन मजबूत है और पार्टी बीएमसी में अपने बूते चुनाव लड़ने को तैयार है. उनके इस बयान के बाद एमवीए सहयोगी दलों की प्रतिक्रियाएं तेज हो गईं.
कांग्रेस के ऐलान के बाद शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर कांग्रेस एमवीए गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ेगी तो उसका हाल बिहार जैसा हो सकता है. पार्टी के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि हमारे साथ रहोगे तो सुरक्षित रहोगे, नहीं तो मुंबई में 2-3 सीटें भी नहीं आएंगी. बिहार में जैसा हुआ, वैसा ही मुंबई में होगा.
यूबीटी के इस बयान पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि बिहार के चुनाव में हार सिर्फ कांग्रेस की नहीं, बल्कि पूरा विपक्ष हारा है इसलिए इस तरह की टिप्पणी से बचना चाहिए. कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि पार्टी अपने संगठन और विचारधारा पर विश्वास रखती है. वहीं, सुप्रिया सुले ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने कहा कि गठबंधन बदलते रहते हैं. वहीं महाविकास आघाड़ी की तीसरी साझेदार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने इस विवाद पर संयमित प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब चुनाव से पहले गठबंधन रणनीति बदली हो. कई बार चर्चा चुनाव के करीब होती है. अभी बातचीत बाकी है, समय आने पर निर्णय होगा.



