Loudspeaker ban Maharashtra | पनवेल में लाउडस्पीकरों के खिलाफ बड़ा कदम: सोमैया-ठाकूर सक्रिय
Loudspeaker ban Maharashtra | Big step against loudspeakers in Panvel: Somaiya-Thakur active
पनवेल/प्रतिनिधि : भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद किरिट सोमैया ने सोमवार को पनवेल के दौरे के दौरान एक बार फिर दोहराया कि कानून से बड़ा कोई नहीं, और धर्म के नाम पर किसी भी प्रकार की दादागिरी अब सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कानून और सुव्यवस्था का पालन हर नागरिक और संस्था के लिए अनिवार्य है। यह टिप्पणी उन्होंने खास तौर पर अनधिकृत लाउडस्पीकरों (भोंगों) के संदर्भ में की, जो विभिन्न धार्मिक स्थलों पर नियमों का उल्लंघन करते हुए लगातार ध्वनि प्रदूषण फैला रहे हैं और आम जनता के लिए परेशानी का कारण बनते जा रहे हैं। सोमैया ने प्रशासन से आग्रह किया कि सख्त और समयबद्ध कार्रवाई की जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके।
भोंगा मुक्ति अभियान को नई रफ्तार देने की पहल
किरिट सोमैया ने इस अभियान को गति देने के उद्देश्य से पनवेल में भाजपा विधायक प्रशांत ठाकुर के साथ एक विशेष दौरा किया। यह दौरा महाराष्ट्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे “भोंगा मुक्त महाराष्ट्र” अभियान के अंतर्गत था, जिसके तहत अनधिकृत और नियमों के विरुद्ध लगाए गए भोंगों को हटाने का संकल्प लिया गया है। इस दौरान सोमैया और ठाकुर ने पनवेल क्षेत्र के तीन प्रमुख पुलिस थानों का दौरा किया: खारघर पुलिस स्टेशन यहां उन्होंने वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अजय कांबळे से मुलाकात की। कळंबोली पुलिस स्टेशन यहां वरिष्ठ निरीक्षक राजेंद्र कोते से चर्चा की गई। तळोजा पुलिस स्टेशन जहां प्रवीण भगत से अनधिकृत लाउडस्पीकरों पर रोक लगाने की मांग की गई। इन बैठकों के दौरान सोमैया ने पुलिस प्रशासन से अपील की कि वे नियमों के उल्लंघन में लगे लाउडस्पीकरों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई करें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी धार्मिक, सामाजिक या राजनैतिक संस्था कानून से ऊपर न रहे।
पुलिस प्रशासन का सकारात्मक रवैया
किरिट सोमैया की स्पष्ट और दृढ़ मांगों पर पुलिस प्रशासन ने सकारात्मक रुख अपनाया है। तीनों थानों के वरिष्ठ निरीक्षकों ने आश्वासन दिया कि:
“अगले आठ दिनों के भीतर पनवेल और आसपास के इलाकों से सभी अनधिकृत भोंगे हटाए जाएंगे और जो भी नियमों का उल्लंघन कर रहा है, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
यह आश्वासन स्थानीय नागरिकों के लिए एक राहत की खबर है, जो कई वर्षों से लगातार ध्वनि प्रदूषण और असुविधा का सामना कर रहे हैं।
ध्वनि प्रदूषण पर गहरी चिंता, कानून का सख्ती से पालन जरूरी – सोमैया
किरिट सोमैया ने प्रेस से बातचीत में कहा:
“ध्वनि प्रदूषण सिर्फ एक प्रशासनिक मुद्दा नहीं है, यह आम जनता के स्वास्थ्य, जीवनशैली और मानसिक शांति से जुड़ा विषय है। जब लोग सो नहीं पाते, बीमार बुजुर्ग परेशान होते हैं, छात्र पढ़ाई नहीं कर पाते, तब यह कानून व्यवस्था का भी सवाल बन जाता है। धर्म का मतलब अनुशासन है, न कि दादागिरी। हर किसी को कानून के तहत रहना होगा।”
~ किरिट सोमैया
नागरिकों में जागरूकता और समर्थन
इस अभियान को लेकर स्थानीय नागरिकों में भी काफी जागरूकता और समर्थन देखा गया। कई लोगों ने सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर भाजपा नेताओं के इस प्रयास की सराहना की और उम्मीद जताई कि जल्द ही पनवेल और आस-पास के क्षेत्र भोंगा मुक्त और शांतिपूर्ण वातावरण की ओर बढ़ेंगे। किरिट सोमैया और प्रशांत ठाकुर द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान न केवल अनधिकृत भोंगों के विरुद्ध है, बल्कि यह एक सामाजिक चेतना आंदोलन भी है। इसके माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि कोई भी व्यक्ति, संस्था या धर्म कानून से ऊपर नहीं है। अगर प्रशासन इस दिशा में गंभीरता से काम करता है, तो आने वाले समय में महाराष्ट्र के अन्य शहरों में भी शांति और व्यवस्था कायम करने की दिशा में यह एक मॉडल उदाहरण बन सकता है।




