Winter सत्र में CM फडणवीस का विकास विजन
CM Fadnavis Development Vision in Winter Session
नागपूर/प्रतिनिधी : विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के विकास, निवेश, किसानों, बिजली, सिंचाई और रोजगार को लेकर सरकार का विस्तृत रोडमैप पेश किया। एक हफ्ते के छोटे सत्र में विपक्ष ने कुछ मुद्दे जरूर उठाए, लेकिन मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र अब रुकने वाला नहीं है और सरकार सकारात्मक एजेंडे के साथ आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई सरकार को एक साल पूरा हो चुका है और महायुति के तीनों नेता मिलकर फैसले ले रहे हैं। स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव कराए जाएंगे ताकि लोकतंत्र जमीनी स्तर तक पहुंचे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कोई भी सरकारी योजना बंद नहीं होगी और सभी योजनाएं पूरे पांच साल जारी रहेंगी। राज्य के लिए 2030, 2035 और 2047 के लक्ष्य के साथ विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया गया है। फडणवीस ने दावा किया कि 2029-30 तक महाराष्ट्र देश की पहली ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनेगा।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की फिस्कल स्थिति मजबूत है और कर्ज व घाटा नियंत्रण में है। दावोस समेत विभिन्न मंचों पर हुए समझौतों से 13.75 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है, जिससे करीब 7 लाख नौकरियां बनेंगी। विदर्भ, मराठवाड़ा, कोंकण और पश्चिम महाराष्ट्र में निवेश का समान वितरण हो रहा है। गढ़चिरौली को नया औद्योगिक केंद्र बताते हुए उन्होंने कहा कि विदर्भ सोलर मॉड्यूल और स्टील हब बनेगा, जबकि मराठवाड़ा को ईवी कैपिटल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
किसानों के लिए 32 हजार करोड़ रुपये के पैकेज, सीधी आर्थिक मदद, सिंचाई परियोजनाएं और दिन में बिजली आपूर्ति जैसी घोषणाओं को उन्होंने गेम चेंजर बताया। बिजली बिल में बढ़ोतरी पर रोक, 24×7 ग्रिड, पंप स्टोरेज और ग्रीन एनर्जी पर जोर दिया गया। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि विदर्भ और मराठवाड़ा के साथ किसी तरह का अन्याय नहीं होगा और राज्य को सूखा मुक्त बनाने की दिशा में काम जारी रहेगा।