Saugat-E-Modi: किट पर संजय राउत का बड़ा बयान, पीएम मोदी अब मुसलमानों के मित्र
Saugat-E-Modi: Sanjay Raut's big statement on the kit, PM Modi is now a friend of Muslims
मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली मोदी सरकार ने ईद के मौके पर मुस्लिम समुदाय के करीब 40 लाख परिवारों को ‘सौगात-ए-मोदी’ किट वितरित करने का निर्णय लिया है, जिसे लेकर शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। राउत ने इस कदम को चुनावी रणनीति करार दिया है और इसे प्रधानमंत्री मोदी के ‘धोखाधड़ी’ के रूप में देखा है। देशभर में ईद के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने मुस्लिम समुदाय के लिए खास सौगात दी है। मोदी सरकार ने करीब 40 लाख मुस्लिम परिवारों को ‘सौगात-ए-मोदी’ किट देने का ऐलान किया है, जिसमें विभिन्न सामग्रियों के साथ ईदी दी जाएगी। यह किट देशभर के मुस्लिम परिवारों के घर-घर तक पहुंचाई जा रही है। इस अवसर पर मोदी सरकार ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए हैं कि वे मस्जिदों और मुस्लिम मोहल्लों में जाकर लोगों से मिलें और उन्हें गले लगाकर ईद की बधाई दें।
चुनावी चाल और ढोंग का आरोप
संजय राउत ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “आज हिन्दू नववर्ष है और कल ईद। पीएम मोदी ने एक ओर चुनावी रणनीति के तहत मुस्लिम समुदाय के करीब 40 लाख परिवारों को ‘सौगात-ए-मोदी’ किट भेजी है। चुनावों के करीब आते ही पीएम मोदी की भाषा बदल जाती है। पहले वे कहते थे कि मुसलमानों का इस देश में कोई स्थान नहीं है, लेकिन अब चुनावी प्रेशर के कारण मोदी मुसलमानों के ‘मित्र’ बनने की कोशिश कर रहे हैं। यह सब ढोंग है।” राउत ने मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि मोदी जब चुनाव आते हैं तो मुस्लिम समुदाय के करीब जाने की कोशिश करते हैं, लेकिन उनकी सच्ची नीयत हमेशा संदेह के घेरे में रही है। उन्होंने कहा, “अब मोदी चुनावी हवा को भांपते हुए मुसलमानों के साथ अपनी मित्रता दिखा रहे हैं, जबकि उनके पहले के बयानों में इसे लेकर कोई सकारात्मकता नहीं थी।”
पीएम मोदी का नागपुर दौरा: राउत की टिप्पणी
संजय राउत ने पीएम मोदी के नागपुर दौरे पर भी टिप्पणी की है, जो आज आरएसएस मुख्यालय में होने वाला है। राउत ने कहा, “पीएम मोदी 10 साल से अधिक समय से प्रधानमंत्री हैं, लेकिन वे कभी आरएसएस मुख्यालय नहीं गए। अब जब चुनाव नजदीक हैं, तो शायद वे संघ के प्रमुख मोहन भागवत से मिलने जा रहे होंगे। यह भी चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकता है।”
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन पर राउत की राय
संजय राउत ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन को लेकर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा, “बीजेपी के अध्यक्ष का चुनाव अब तक होना चाहिए था, लेकिन यह अंदरूनी मामला है। मुझे लगता है कि संघ चाहता है कि बीजेपी अध्यक्ष उनकी पसंद का हो, इसी कारण यह मामला अब तक लटका हुआ है।” संजय राउत के बयान ने प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के ईद के मौके पर उठाए गए कदम पर सवाल उठाए हैं। जहां एक तरफ मोदी सरकार इसे एक सकारात्मक पहल मानती है, वहीं राउत इसे पूरी तरह से चुनावी चाल समझते हैं। भाजपा और संघ के कार्यकर्ताओं की सक्रियता और चुनावी दौर में मोदी का मुस्लिम समुदाय के करीब जाना, एक बार फिर से राजनीति के परिपेक्ष्य में चर्चा का विषय बन गया है।