Lohri Ki Raat: लोहड़ी की रात पंजाबी समुदाय का जश्न | भंगड़ा-गिद्दा के साथ सेलिब्रेशन
Navi Mumbai Punjabi community celebrates Lohri night with Bhangra-Gidda
नवी मुंबई : मकरसंक्रांति पर्व की पूर्व संध्या पर पंजाबी समुदाय द्वारा वाशी में आयोजित लोहड़ी दी रात कार्यक्रम देखने लायक रहा. नवी मुंबई पंजाबी वेल्फेयर एसोसिएशन मकरसंक्रांति से पहले हर साल लोहडी दी रात का आयोजन करता है. वाशी के सिडको एक्जिबिशन सेंटर में दिख रहा यह रंगारंग संगीतमय कार्यक्रम है जहां आज पंजाबी समुदाय के सैकड़ों परिवारों ने भंगड़ा और गिद्दा डांस करते हुए लोहडी को जमकर सेबीब्रेट किया. लोहडी का त्यौहार नई फसल के आने, घर में शादी-विवाह, नई बहु और बच्चों के पैदा होने की खुशी में मनाया जाता है.इससे पहले रात को होलिका की तरह लोहडी जलाई जाती है. तिल मूंगफली और अनाज डालकर हर कोई मंगल की प्रार्थना करता और इस तरह शुरू होता है जश्न. लोहड़ी दी रात में खाना, पीना, मौज मस्ती मनोरंजन यह कुछ इसी त्यौहार का हिस्सा है…कार्यक्रम में अध्यक्ष सीके अगरवाल, सचिव सतीश सबलोक, कोषाध्यक्ष दर्शन धीर, एवं अन्य सहयोगी बड़ी संख्या में शामिल हुए.
त्यौहार के जरिए पंजाबी कल्चर जिन्दा है-
नवी मुंबई में पंजाबी समुदाय का यह इकलौता सबसे बड़ा लोहड़ी फेस्टिवल है. हजारों की संख्या में यहां पंजाबी समाज के लोग जमा होते हैं. बच्चे, बुढे जवान हर कोई पूरी मस्ती के साथ इस उत्सव में हिस्सा लेता है.
नवी मुंबई पंजाबी एसोसिएशन के अध्यक्ष सीके अगरवाल, सचिव सतीश सबलोक एवं कोषाध्यक्ष दर्शन धीर एवं मनोज अवस्थी ने बताया कि पंजाब में मकरसंक्रांति को लोहड़ी के त्यौहार के रुप में मनाने की परंपरा है. जब नई फसल तैयार हो जाती है तब उसे भगवान को अर्पित करते हैं. उन्होंने कहा कि भले ही हम मुंबई में हैं लेकिन हमारे अंदर पंजाब का कल्चर जिंदा है. लोहडी दी रात के बहाने पंजाबी परिवार एक दूसरे से मिलते हैं और आनंद मनाते हैं. यह एक साथ आने का और मिलकर अपने त्यौहार को सेलिब्रेट करने का जश्न है.