Ashtalaxmi Mahayagna | अष्टलक्ष्मी चंडी महायज्ञ का हवन-महाभंडारा के साथ समापन | Pt.Ramkundal Maharaj
Ashtalaxmi Mahayagna | Ashtalakshmi Chandi Mahayagya concludes with Havan-Maha Bhandara. Pt.Ramkundal Maharaj
नवी मुंबई: नवी मुंबई नेरुल के शनि मंदिर प्रांगण में मकर संक्रांति पर्व से शुरू हुए अष्टलक्ष्मी चंडी महायज्ञ का आज हवन-पूजन के साथ समापन हो गया. आज श्रीराम मंदिर प्राणप्रतिष्ठापना की पहली वर्षगांठ पर यहां विशाल महाभंडारे के साथ कई धार्मिक अनुष्ठान भी चलाए गए. 22 जनवरी को ही श्रीरामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए थे इसकी वर्षपूर्ती पर यहां भक्तों के लिए यह महा भंडारा आयोजित किया गया. असंख्य भक्तों ने यहां श्रद्धा और भक्ति के साथ हाजिरी लगाई और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद लिया. 14 जनवरी से 22 जनवरी के बीच 9 दिनों तक यहां अष्टलक्ष्मी चंडी महायज्ञ के बीच 108 कन्याओं का पूजन, भजन कीर्तन-प्रवचन समेत कई कार्यक्रम भक्तों और यजमानों के लिए चलाए गए. यज्ञाचार्य पं.रामकुंडल महाराज के मार्गदर्शन में यहां विद्वतजनों ने वेद मंत्रों के साथ महायज्ञ की पूर्णाहुति कराई. यहां तमाम भक्तों एवं यजमानों ने यज्ञ आचार्यों को कंबल, कपड़े, बर्तन और उपहार प्रदान कर उनका आशीर्वाद लिया. इस अवसर पर यजमान संजय शाह, यज्ञ प्रबंधक अरुण गुरव ने कहा कि अष्टलक्ष्मी चंडी महायज्ञ के सफल समापन पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य रहा कि यज्ञ के जरिए मां लक्ष्मी का सानिध्य और कृपा पाने का अवसर मिला. वहीं यज्ञाचार्य पंडित रामकुंडल महाराज ने नवी मुंबई, मुंबई के भक्तों के आगमन पर खुशी जताई और विश्वास जताया कि अगली बार का महायज्ञ और भी व्यापक होगा