स्वस्थ भारत के लिए अभिनव उपक्रम- ‘देश का प्रकृति परीक्षण अभियान’
Innovative initiative for a healthy India- 'Nature Testing Campaign of the Country'
स्वस्थ भारत श्रेष्ठ भारत’ संकल्पना को साकार करने की दिशा में पहल करते हुए ‘केंद्रीय आयुष मंत्रालय एवं राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग’ ने देश व्यापी – प्रकृति परीक्षण अभियान चला रहे हैं. इस अभियान कि शुरुवात देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के करकमलों द्वारा 29 अक्टूबर को ‘विश्व आयुर्वेद दिवस -2024 ‘ के दिन किया गया. देश का प्रकृति परीक्षण’ यह देशव्यापी अभियान 25 दिसंबर तक जारी रहेगा जिसमें देश भर के सभी आयुर्वेद कॉलेज के शिक्षक, विद्यार्थी एवं चिकित्सक सहभाग लेंगे और इनके माध्यम से अभियान के प्रथम चरण में 1 करोड़ से ज्यादा नागरिकों का प्रकृति परीक्षण किया जाना है और यह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जा सकता है. इस प्रकृति परीक्षण के उपरांत नागरिकों को उनकी प्रकृति या तासीर के अनुसार हितकर आहार- विहार और संभाव्य रोगों के सम्बन्धी मार्गदर्शन एवं ऋतु के अनुसार समय समय पर समुपदेश ‘प्रकृति परीक्षण मोबाइल एप्प‘ के जरिए मिलता रहेगा.
इस अभिनव उपक्रम के तहत डी वाय पाटिल यूनिवर्सिटी (आयुर्वेद संकाय) के वाइस प्रिंसिपल डॉ अमर द्विवेदी ने नवी मुंबई महानगपालिका पालिका संलग्न ‘स्व.मीनाताई ठाकरे पद्यूत्तर वैद्यकीय महाविद्यालय- नेरुल, के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ उद्घव खिल्लारे सर एवं निवासी वैद्यकीय अधिकारी डॉ विलास भालेराव सर का प्रकृति परीक्षण एवं अभीष्ट मार्गदर्शन किया.



