लॉकडाउन और कोरोना से ध्वस्त हुआ सेकंड हैंड कार कारोबार, 20 फीसदी पर पहुंची बिक्री, डिमांड में छोटी मोटरकारें | लॉकडाउन और कोरोना का असर सैकेंड हैंड कार बाजार पर भी पड़ा है. कार विक्रेता बताते हैं कि पिछले 5 महीने ग्राहकों के इंतजार में बीत गए. माली हालत इतनी खराब है कि फायदे के लिए यूज्ड कारों में किया गया निवेश नुकसान का सौदा बन रहा है. हालांकि कुछ कार विक्रेता यह भी मान रहे हैं कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद होने से कम कीमत वाली यानी एक से डेढ़ लाख की कारों की डिमांड बढ़ी है. जबकि महंगी कारों के लिए इन्क्वायरी कम है.