Maha Kumbh 2025 : भव्य, दिव्य, अद्भुत और अलौकिक महाकुंभ | पहले दिन 2 करोड़ लोगों ने ली आस्था की डुबकी
Maha Kumbh 2025 : Grand, divine, amazing and supernatural Maha Kumbh | 2 crore people took a holy dip on the first day
पवित्र स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने घाटों पर पूजा-अर्चना और अनुष्ठान किए। परंपरा को कायम रखते हुए उन्होंने दान-पुण्य भी किया।
प्रयागराज के महाकुंभ में मकर संक्रांति अमृत स्नान के दौरान आज दोपहर 12 बजे तक 1 करोड़ 60 लाख से ज़्यादा लोगों ने त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगाई है। अनुष्ठान सुचारू रूप से चल रहे हैं। लाखों श्रद्धालु और संत अमृत स्नान में शामिल हो रहे हैं। पवित्र स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने घाटों पर पूजा-अर्चना और अनुष्ठान किए। परंपरा को कायम रखते हुए उन्होंने दान-पुण्य भी किया। सुबह बड़ी संख्या में लोगों ने गंगा आरती में भी हिस्सा लिया।
कुंभ मेला सनातन धर्म के सबसे बड़े और सबसे पवित्र धार्मिक आयोजनों में से एक है, जो हर 12 वर्ष में एक बार होता है। यह सिर्फ धार्मिक आयोजन ना होकर खगोलीय। घटनाओं से जुड़ी एक चिर पुरातन परंपरा है, जिसमें ग्रहों की स्थिति का विशेष महत्व होता है और इसी आधार पर इसका आयोजन होता है। प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाला महाकुंभ 144 वर्ष बाद आया है.सूर्य, चंद्रमा और गुरु (बृहस्पति) ग्रहों की स्थिति के आधार पर कुंभ का आयोजन होता है और इसी आधार पर स्थान का निर्धारण भी होता है. कुंभ मेले का आयोजन चार स्थानों- प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में होता है. इस आयोजन की चार श्रेणियों हैं- कुंभ, अर्धकुंभ, पूर्ण कुंभ और महाकुंभ।