Ganesh Utsav | Bal Gangadhar तिलक जी lने 141 साल पहले क्यों शुरू किया गणेशोत्सव | Exclusive
Ganesh Utsav | Why did Bal Gangadhar Tilak start Ganeshotsav 141 years ago? Exclusive
How Bal Gangadhar Tilak made Ganesh worship grand community festival Ganesh Utsav | Bal Gangadhar Tilak ने 141 साल पहले क्यों शुरू किया गणेशोत्सव आज भाद्रपद महीना शुक्ल पक्ष की गणेश चतुर्थी…यानी गणेश उत्सव की शुभारंभ..आज से 141 वर्ष पहले यानी 1893 में स्वाधीनता आंदोलन के अग्रणी स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक ने अंग्रेजी हुकुमत के दौर में भारतीय लोगों में एकजुटता की भावना का निर्माण करने और उनके विचारों का आदान प्रदान का मंच देने के उद्देश्य से सार्वजनिक गणेशोत्सव की शुरुआत की. तबसे लेकर आज तक सम्पुर्ण भारत में गणेश उत्सव हर्ष उल्लाष और भव्यता के साथ मनाया जाता है. महाराष्ट्र में बड़े उमंग और उल्लास के साथ ढोल तासा बजाते और नाचते गाते हुए गणपति बप्पा मोरया का जयघोष करते हुए आज श्रीगणेश की प्रतिमा का आगमन हो रहा है. घर घर में और सार्वजनिक ठिकानों पर मनमोहक मखर और सजावटी महलों के बीच आज असीम श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ गणपति बप्पा की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. अत्यंत आध्यात्मिक और मंगलमय वातावरण में भक्त अपने प्यारे मंगलमूर्ति श्रीगणेश को को मोदक का नैवेद्य अर्पित करते हुए उनकी मनोभाव से सेवा में जुट गए हैं. नन्हें बच्चों हों, युवा हों या बुजुर्ग हर कोई इस आनंद के उत्सव में सहभागी हो रहा है. अगले 10 दिवस यानी अनंत चतुर्दशी तक श्री गणेश उत्सव का यह जल्लोष देखने को मिलेगा..